|
|
1. |
बुर्ज़ों वाले आसमानों की क़सम |
2. |
और उस दिन की जिसका वायदा किया गया है |
3. |
और गवाह की और जिसकी गवाही दे जाएगी |
4. |
उसकी (कि कुफ्फ़ार मक्का हलाक हुए) जिस तरह ख़न्दक़ वाले हलाक कर दिए गए |
5. |
जो ख़न्दक़ें आग की थीं |
6. |
जिसमें (उन्होंने मुसलमानों के लिए) ईंधन झोंक रखा था |
7. |
जब वह उन (ख़न्दक़ों) पर बैठे हुए और जो सुलूक ईमानदारों के साथ करते थे उसको सामने देख रहे थे |
8. |
और उनको मोमिनीन की यही बात बुरी मालूम हुई कि वह लोग ख़ुदा पर ईमान लाए थे जो ज़बरदस्त और सज़ावार हम्द है |
9. |
वह (ख़ुदा) जिसकी सारे आसमान ज़मीन में बादशाहत है
और ख़ुदा हर चीज़ से वाक़िफ़ है |
10. |
बेशक जिन लोगों ने ईमानदार मर्दों और औरतों को तकलीफें दीं फिर तौबा न की
उनके लिए जहन्नुम का अज़ाब तो है ही (इसके अलावा) जलने का भी अज़ाब होगा |
11. |
बेशक जो लोग ईमान लाए और अच्छे काम करते रहे उनके लिए वह बाग़ात हैं जिनके नीचे नहरें जारी हैं
यही तो बड़ी कामयाबी है |
12. |
बेशक तुम्हारे परवरदिगार की पकड़ बहुत सख्त है |
13. |
वही पहली दफ़ा पैदा करता है और वही दोबारा (क़यामत में ज़िन्दा) करेगा |
14. |
और वही बड़ा बख्शने वाला मोहब्बत करने वाला है |
15. |
अर्श का मालिक बड़ा आलीशान है |
16. |
जो चाहता है करता है |
17. |
क्या तुम्हारे पास लशकरों की ख़बर पहुँची है |
18. |
(यानि) फिरऔन व समूद की (ज़रूर पहुँची है) |
19. |
मगर कुफ्फ़ार तो झुठलाने ही (की फ़िक्र) में हैं |
20. |
और ख़ुदा उनको पीछे से घेरे हुए है |
21. |
(ये झुठलाने के क़ाबिल नहीं) बल्कि ये तो क़ुरान मजीद है |
22. |
जो लौहे महफूज़ में लिखा हुआ है ********* |
© Copy Rights:Zahid Javed Rana, Abid Javed Rana,Lahore, Pakistan |
Visits wef Mar 2015 |