بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَنِ الرَّحِيمِ |
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1. |
अबु लहब के हाथ टूट जाएँ और वह ख़ुद सत्यानास हो जाए |
2. |
(आख़िर) न उसका माल ही उसके हाथ आया और (न) उसने कमाया |
3. |
वह बहुत भड़कती हुई आग में दाख़िल होगा |
4. |
और उसकी जोरू भी जो सर पर ईंधन उठाए फिरती है |
5. |
और उसके गले में बटी हुई रस्सी बँधी है ********* |
© Copy Rights:Zahid Javed Rana, Abid Javed Rana,Lahore, Pakistan |
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