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1. |
खड़खड़ाने वाली |
2. |
वह खड़खड़ाने वाली क्या है |
3. |
और तुम को क्या मालूम कि वह खड़खड़ाने वाली क्या है |
4. |
जिस दिन लोग (मैदाने हश्र में) टिड्डियों की तरह फैले होंगे |
5. |
और पहाड़ धुनकी हुई रूई के से हो जाएँगे |
6. |
तो जिसके (नेक आमाल) के पल्ले भारी होंगे |
7. |
वह मन भाते ऐश में होंगे |
8. |
और जिनके आमाल के पल्ले हल्के होंगे |
9. |
तो उनका ठिकाना न रहा |
10. |
और तुमको क्या मालूम हाविया क्या है |
11. |
वह दहकती हुई आग है ********* |
© Copy Rights:Zahid Javed Rana, Abid Javed Rana,Lahore, Pakistan |
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